PM Awas Yojana Gramin Survey: प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लिए नया सर्वे 2025 से शुरू कर दिया गया है। इस सर्वे के माध्यम से उन परिवारों को भी योजना का लाभ मिलेगा जिन्हें पहले आवेदन का मौका नहीं मिला था। देश के कई ग्रामीण इलाकों में आज भी हजारों परिवार कच्चे घरों में रहते हैं और पक्का मकान बनाने की आर्थिक क्षमता नहीं रखते। सरकार अब ऐसे सभी पात्र परिवारों को सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए नया सर्वे अभियान चला रही है।
PM Awas Yojana Gramin Survey
योजना का मुख्य उद्देश्य हर ग्रामीण परिवार को सुरक्षित, मजबूत और पक्का घर उपलब्ध कराना है। पहले की तरह इस बार भी पात्र परिवारों को पक्का घर निर्माण के लिए निर्धारित राशि दी जाएगी। कई परिवार पहले से इसका लाभ ले चुके हैं, लेकिन जिन लोगों ने अभी तक आवेदन नहीं किया था, वे नया सर्वे पूरा कराने पर सहायता राशि प्राप्त कर सकेंगे।
मोबाइल ऐप के माध्यम से आसान डिजिटल सर्वे प्रक्रिया
ग्रामीण नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने पीएम आवास योजना ग्रामीण सर्वे ऐप लॉन्च किया है। अब आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो गई है, जिससे आवेदकों को पंचायत या ब्लॉक कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ते। मोबाइल ऐप की मदद से घर की जानकारी, फोटो और आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सर्वे कुछ मिनटों में पूरा किया जा सकता है।
सत्यापन पूरा होने पर किस्तों में जारी होगी राशि
सर्वे पूरा होने के बाद पात्रता की जांच की जाएगी। दस्तावेजों के सत्यापन के बाद चयनित परिवारों को पक्का घर निर्माण के लिए किस्तों में राशि दी जाएगी। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में सर्वे तेजी से चल रहा है और हजारों ग्रामीण परिवार आवेदन प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं।
पीएम आवास योजना ग्रामीण की बुनियादी जानकारी
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की शुरुआत 2015 में की गई थी। इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय संचालित करता है। योजना का लक्ष्य आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण परिवारों को रहने योग्य पक्का घर प्रदान करना है। मानकों के अनुसार पात्र परिवारों को 1.20 लाख से 1.30 लाख रुपये तक की सहायता राशि प्रदान की जाती है। कुछ क्षेत्रों में यह राशि भौगोलिक स्थिति और राज्य सरकार के योगदान के आधार पर बदल सकती है।
ग्रामीण परिवारों को मिल रही बड़ी राहत
आर्थिक चुनौती और बढ़ती महंगाई के कारण पक्का घर बनाना कई ग्रामीण परिवारों के लिए मुश्किल हो गया है। पीएम आवास योजना उन्हें बिना कर्ज लिए घर बनाने की सुविधा प्रदान कर रही है। सरकारी सहायता मिलने से न सिर्फ उनका आर्थिक बोझ कम होता है बल्कि परिवार की जीवनशैली में भी महत्वपूर्ण सुधार आता है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में जीवनस्तर बढ़ाने का बड़ा माध्यम बन चुकी है।
कौन परिवार योजना के पात्र माने जाएंगे
योजना का लाभ केवल उन ग्रामीण परिवारों को मिलता है जिनके पास खुद का पक्का घर नहीं है और जिनकी आय कम है। जिन नागरिकों ने पहले कभी इस योजना का लाभ नहीं लिया है, वे इस सर्वे के माध्यम से पात्रता साबित कर सकते हैं। आयकर देने वाले या उच्च आय वाले व्यक्ति इस योजना के दायरे में नहीं आते। सरकार का उद्देश्य केवल जरूरतमंद परिवारों को सहायता प्रदान करना है।
आवश्यक दस्तावेज
सर्वे और आवेदन प्रक्रिया के दौरान आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, नरेगा जॉब कार्ड और मोबाइल नंबर अनिवार्य माने जाते हैं। इन दस्तावेजों की सहायता से सरकार पहचान सत्यापन, बैंक विवरण और परिवार की आर्थिक स्थिति की जांच करती है। दस्तावेजों की सटीक जानकारी होने पर ही आवेदन स्वीकृत किया जाता है।
योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि
सरकार की ओर से पात्र परिवारों को पक्का घर बनाने के लिए 1.20 लाख से 1.30 लाख रुपये तक की राशि दी जाती है। सटीक राशि संबंधित राज्य के नियमों के आधार पर तय होती है। आवेदकों को सलाह दी जाती है कि आधिकारिक पोर्टल पर राशि से संबंधित नवीनतम दिशानिर्देश अवश्य देखें।
सर्वे प्रक्रिया पूरी करने का आसान तरीका
सर्वे पूरा करने के लिए नागरिकों को आवास प्लस ऐप डाउनलोड करना होता है। ऐप में सेल्फ-सर्वे के विकल्प पर क्लिक करके आधार नंबर दर्ज किया जाता है। इसके बाद घर की फोटो, परिवार की जानकारी और आवश्यक दस्तावेज अपलोड किए जाते हैं। फॉर्म सबमिट करते ही आवेदन सर्वे डाटाबेस में रिकॉर्ड हो जाता है और आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।

